उत्तर प्रदेश में संपत्ति खरीदना एक महत्वपूर्ण निवेश है, लेकिन यह सुनिश्चित करना आवश्यक है कि जिस भूखण्ड या गाटे को आप खरीदने जा रहे हैं, वह किसी कानूनी विवाद में तो नहीं फंसा है। वादग्रस्त संपत्ति खरीदने से भविष्य में कई समस्याएँ उत्पन्न हो सकती हैं। इस लेख में, हम आपको बताएंगे कि कैसे आप उत्तर प्रदेश में किसी भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति की जाँच कर सकते हैं और इससे संबंधित पूरी प्रक्रिया क्या है।

उत्तर प्रदेश में भूखंड/गाटा की वादग्रस्त स्थिति का मतलब है कि संबंधित भूमि किसी कानूनी विवाद या मुकदमेबाजी में शामिल है। यह स्थिति भूमि के स्वामित्व, सीमा, उपयोग या अन्य कानूनी अधिकारों से संबंधित विवादों को दर्शाती है। उत्तर प्रदेश भूलेख पोर्टल – https://upbhulekh.gov.in/ की मदद से नागरिक भूखंड/गाटा की विवादित स्थिति जान सकते हैं, इसके बारे में विस्तार से जानकारी आप हमारे इस लेख से प्राप्त कर सकते है।
वादग्रस्त संपत्ति क्या है?
वादग्रस्त संपत्ति वह संपत्ति होती है जो किसी कानूनी विवाद या मुकदमे में शामिल होती है। ऐसी संपत्ति पर कानूनी अधिकार स्पष्ट नहीं होते, जिससे खरीदार को भविष्य में कानूनी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
वादग्रस्त संपत्ति खरीदने के जोखिम
- कानूनी विवाद: वादग्रस्त संपत्ति खरीदने से आपको कानूनी मुकदमों का सामना करना पड़ सकता है।
- आर्थिक नुकसान: संपत्ति पर कानूनी विवाद होने से उसकी कीमत घट सकती है या आप उसे बेच नहीं सकते।
- मानसिक तनाव: लगातार कानूनी प्रक्रियाओं में उलझने से मानसिक तनाव बढ़ता है।
उत्तर प्रदेश में भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति की जांच के लिए कितने तरीके है
उत्तर प्रदेश में भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति की जाँच के लिए निम्नलिखित तरीकों का उपयोग किया जा सकता है:
- राजस्व विभाग: भूमि रिकॉर्ड और वादग्रस्त संपत्तियों की जानकारी के लिए।
- न्यायालय: संबंधित क्षेत्र के सिविल कोर्ट में लंबित मामलों की जाँच के लिए।
- ऑनलाइन पोर्टल्स: उत्तर प्रदेश सरकार के आधिकारिक वेबसाइट्स पर उपलब्ध जानकारी।
यूपी भूलेख पोर्टल के माध्यम से भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति जानने की प्रक्रिया
आप उत्तर प्रदेश सरकार में भूमि रिकॉर्ड और विवादित संपत्ति की जानकारी के लिए ऑनलाइन यूपी भूलेख पोर्टल का इस्तेमाल कर सकते हैं। आप इस पोर्टल के माध्यम से अपनी विवादित जमीन की स्थिति की जांच कर सकते हैं।
भूलेख पोर्टल से विवादित जमीन की स्थिति जानने की प्रक्रिया:
- यूपी में भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति जानने के लिए आपको सबसे पहले UP Bhulekh Portal पर https://upbhulekh.gov.in/ जाना होगा।
- पोर्टल पर जाने के बाद “भूखण्ड/गाटे के वाद ग्रस्त होने की स्थिति जाने” विकल्प पर क्लिक करे।

- अब आपके सामने एक नया पेज खुलेगा उसमे वाद ग्रस्त जमीन की स्थिति की जांच करने के लिए आपको निम्नलिखित जानकारी भरनी होगी।
- अपना जनपद/जिला चुने
- तहसील चुने
- ग्राम चुने (ग्राम का पहला अक्षर चुनें)

- सारी डिटेल्स सेलेक्ट करने के बाद आपके सामने एक दूसरा पेज खुलेगा उसमे आप अपने “खसरा/गाटा संख्या” को डालकर “गाटा प्रस्थिति” बटन पर क्लिक करदे।

- यदि संपत्ति वादग्रस्त है, तो आपको वहां संबंधित अदालती मामला, मुकदमे की स्थिति और अन्य कानूनी जानकारियाँ मिल जाएंगी।
RCCMS UP पोर्टल के माध्यम से भूखण्ड/गाटे की वादग्रस्त स्थिति जानने की प्रक्रिया
- सबसे पहले आप RCCMS UP पोर्टल https://vaad.up.nic.in/ की आधिकारिक वेबसाइट पर जाए।
- होमपेज पर, “वाद खोज विधि” सेक्शन में “कंप्यूटरीकृत वाद सं०” विकल्प पर क्लिक करें।

- इसके बाद नया पेज खुलेगा उसमे अपनी “वाद संख्या” को भरे और “प्रदर्शित करें” बटन पर क्लिक करदे।

- अगर आपके पास आपकी वाद संख्या उपलब्ध नहीं है, तो आप “भूखण्ड / गाटे के वादग्रस्त होने की स्थिति जाने” विकल्प पर क्लिक करें।
- जनपद (जिला): ड्रॉपडाउन मेन्यू से अपना जिला चुनें।
- तहसील: संबंधित तहसील का चयन करें।
- परगना: अपने परगना का चयन करें।
- ग्राम: गाँव का नाम चुनें।
- गाटा/खसरा संख्या: संबंधित भूखण्ड या गाटे का नंबर दर्ज करें।

- सभी विवरण भरने के बाद, “प्रदर्शित करें” बटन पर क्लिक करें। यदि आपके द्वारा दर्ज किया गया भूखण्ड/गाटा किसी वाद में शामिल है, तो उसकी विस्तृत जानकारी आपकी स्क्रीन पर खुल जाएगी।
राजस्व विभाग से जानकारी प्राप्त करना
राजस्व विभाग के कार्यालय में जाकर आप संबंधित संपत्ति के रिकॉर्ड की जाँच कर सकते हैं। यहाँ आपको संपत्ति के मालिकाना हक और वादग्रस्त स्थिति की जानकारी मिल जाएगी।
स्थानीय न्यायालय से जानकारी प्राप्त करना
संबंधित क्षेत्र के सिविल कोर्ट में जाकर आप यह पता कर सकते हैं कि उक्त संपत्ति पर कोई मुकदमा लंबित है या नहीं। कोर्ट रिकॉर्ड की जाँच करके आप वादग्रस्त स्थिति की पुष्टि कर सकते हैं।
वकील या कानूनी विशेषज्ञ की सहायता लेना
कानूनी मामलों में विशेषज्ञता रखने वाले वकील या कानूनी सलाहकार की सहायता लेना हमेशा लाभदायक होता है। वे आपको संपत्ति की वादग्रस्त स्थिति की जाँच में मदद करेंगे और आवश्यक कानूनी दस्तावेजों की समीक्षा करेंगे।
निष्कर्ष
उत्तर प्रदेश में संपत्ति खरीदते समय उसकी वादग्रस्त स्थिति की जाँच करना बहुत जरूरी है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि आपका निवेश (Investment) सुरक्षित है और भविष्य में आपको किसी कानूनी विवाद का सामना नहीं करना पड़ेगा। उपरोक्त प्रक्रियाओं का पालन करके, आप एक सूचित और सुरक्षित निर्णय ले सकते हैं।
अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)
आप राजस्व विभाग, स्थानीय न्यायालय, और ऑनलाइन सरकारी पोर्टल्स के माध्यम से संपत्ति की वादग्रस्त स्थिति की जाँच कर सकते हैं।
नहीं, वादग्रस्त संपत्ति खरीदना जोखिमपूर्ण हो सकता है क्योंकि इससे कानूनी विवाद और आर्थिक नुकसान हो सकता है।
हाँ, वकील या कानूनी विशेषज्ञ की सहायता लेना संपत्ति की कानूनी स्थिति की सही जाँच के लिए महत्वपूर्ण है।
ऑनलाइन पोर्टल्स से आप संपत्ति के मालिकाना हक, वादग्रस्त स्थिति, और अन्य संबंधित जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
स्थानीय अधिकारियों से संपत्ति पर बकाया कर, अवैध कब्जा, और अन्य कानूनी मुद्दों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए।